कविता 
ये चीत्कार !
- अनामिका
ये चीत्कार !
ये हाहाकार !
ये संहार !!!    क्यों ?
ये संत्रास ! 
ये परिहास !
सब बदहवास ! क्यों?
ये वारदात !
ये मारकाट !
सब बरबाद ! क्यों?
प्रशासन हाय !
नाकामी दर्शाय !
नाकाबिल ये !   क्यों??
देश है त्रस्त !
लुटेरे है मस्त !
अनाचार ज़बरदस्त ! क्यों?
कोई तो बताये !
कौन है सहाय!
अब सहा न जाए !   यूं ।।
 
 

 
No comments:
Post a Comment