‘संचार, संस्कृति और मानव समाज’
विषय पर व्याख्यान
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बृजकिशोर कुठियाला का कहना है कि समाज और संस्कृति की बेहतर समझ से ही अच्छी पत्रकारिता हो सकती है। वे यहां विवि परिसर में जनसंचार विभाग के साप्ताहिक आयोजन सार्थक शनिवार में ‘संचार, संस्कृति और मानव समाज’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे।
प्रो. कुठियाला ने कहा कि राष्ट्र सिर्फ भूखंड नहीं है, एक सांस्कृतिक अवधारणा है। जब हम अपने राष्ट्र से प्रेम करते हैं तो इसकी महान परंपरा को भी आत्मसात करते हैं। उन्होंने कहा कि संचार ही संस्कृति का वाहक है। अकेला मनुष्य अपने आप में कुछ नहीं है उसकी दूसरों पर निर्भरता है। यह एक सामाजिक नहीं बल्कि वैज्ञानिक सच है। उन्होंने कहा कि संचार और संवाद से ही स्थितियां और समाज बनते व बिगड़ते हैं। यह एक मौलिक जरूरत है। उनका कहना था कि मनुष्य के लिए सृजन, भोजन और समाज जरूरी हैं। इसके बावजूद संचार और संवाद मनुष्य की अनिर्वायता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में अच्छे संचारकर्मी ही हमें मौजूदा चुनौतियों से जूझना सिखा सकते हैं और समाज में व्याप्त तनावों को कम कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डा. राखी तिवारी ने किया। आरंभ में डा. संजीव गुप्ता ने पुष्पगुच्छ देकर कुलपति का स्वागत किया।
इसके पश्चात विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और ‘हिंदी सिनेमा के 100 साल’ पर एक क्विज में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष संजय द्विवेदी, जगमोहन राठौर, अजीत कुमार, हिमगिरी सिरोही, रेनू वर्मा, साइमा इम्तियाज सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
-संजय द्विवेदी
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