Monday, April 14, 2014

गोइन्का पुरस्कार समारोह एवं सम्मान समारोह संपन्न

गोइन्का पुरस्कार समारोह एवं सम्मान समारोह संपन्न
 



 

जैन ग्रूप ऑफ इंस्टिट्यूशन्स के चेयरमैन डॉ. चेनराज रॉयचंद जी की अध्यक्षता में गुलबर्गा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार कमला गोइन्का फाउण्डेशन द्वारा घोषित इक्कीस हजार राशि का "पिताश्री गोपीराम गोइन्का हिन्दी कन्नड़ अनुवाद पुरस्कार" से डॉ. काशीनाथ अंबलगे जी को उनकी अनुसृजित कृति "सुमित्रानंदन पंत अवरा कवितेगळू" के लिए पुरस्कृत किया गया।

संग-संग "गोइन्का कन्नड़ साहित्य सम्मान" से धारवाड़ की सुप्रसिद्ध कन्नड़ साहित्यकार एवं कर्नाटक साहित्य अकादमी की नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रो. मालती पट्टणशेट्टी जी को नवाजा गया। कर्नाटक के वरिष्ठ हिन्दी सेवी श्री रंगनाथराव राघवेन्द्र निडगुंदि जी को "गोइन्का हिन्दी साहित्य सम्मान" से सम्मानित किया गया। इसी अवसर पर साहित्येतर क्षेत्र के सम्मान "दक्षिण ध्वजधारी सम्मान" से कर्नाटक की सिरमौर प्रतिष्ठित समाज-सेवी धर्मस्थला की श्रीमती हेमावती वी. हेगडे जी को सम्मानित किया गया।

पुरस्कार समारोह दिनांक 6 अप्रैल को 'भारतीय विद्या भवन' बेंगलुरु में आयोजित था। इस समारोह के मुख्य अतिथि कार्पोरेशन बैंक (मेंगलुरु) के सहायक महाप्रबंधक डॉ. जयन्ती प्रसाद नौटियाल जी थे। समारोह का संचालन डॉ. आदित्य शुक्ल जी ने किया।

पुरस्कार समारोह के अंत में एक अखिल भारतीय कवि-सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। जिसमें कवि सम्राट श्री आशकरण अटल जी के संग-संग श्री सुभाष काबरा, श्री श्याम गोइन्का, श्री मुकेश गौतम तथा पूरण पंकज  ने अपनी कविताओं से बेंगलुरू के साहित्य-रसिकों को मंत्र-मुग्ध किया।

1 comment:

vijay kumar sappatti said...

sabhi ko dil se badhayi .
jayshankar ji , aap kaise hai .
aapka
vijay