Saturday, March 3, 2012

पत्रकारिता विवि में जनसंपर्क अधिकारियों की कार्यशाला

चुनौतीपूर्ण कार्य है जनसंपर्कः प्रो. त्रिवेदी

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो. पीयूष त्रिवेदी का कहना है कि जनसंपर्क एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। जिसमें मीडिया के माध्यम से एक सार्थक संवाद होता है। इलेक्ट्रानिक और वेबमीडिया की सक्रियता के दौर में आज भी प्रिंट माध्यम अपना वजूद बनाए हुए हैं। इसलिए एक अच्छे जनसंपर्ककर्ता को हर विधा को साधना आना चाहिए। वे यहां माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आयोजित हिमाचल प्रदेश सरकार के जनसंपर्क अधिकारियों की एक सप्ताह की कार्यशाला के समापन समारोह में मुख्यअतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विवि के कुलपति प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने की। प्रो. त्रिवेदी ने कहा कि छवि निर्माण एक सावधानी पूर्ण कर्म है और न्यू मीडिया ने इसमें संभावनाओं के नए द्वार खोले हैं। इसके सचेत इस्तेमाल से जनसंपर्क अधिकारी जनता, सरकार और प्रभावित पक्षों के बीच एक समन्वय बना सकते हैं और व्याप्त आशंकाओं और भ्रमों का निवारण भी कर सकते हैं। प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने कहा कि इस समय संस्थाओं और व्यक्तियों की बदलती छवियों का समय है, निरंतर सक्रिय मीडिया ने इस काम को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस बात के लिए धन्यवाद किया कि उन्होंने अपने जनसंपर्क अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए पत्रकारिता विश्वविद्यालय का चयन किया। इस अवसर प्रशिक्षण में शामिल प्रतिभागी अधिकारियों को प्रमाण पत्र दिए गए। जनसंपर्क अधिकारियों ने इस अवसर पर अपने अनुभव बताए और कहा कि इस कार्यशाला से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है। संचालन व आभार ज्ञापन प्रो. रामजी त्रिपाठी ने किया। सात दिनों की कार्यशाला में मप्र जनसंपर्क विभाग के उपसचिव लाजपत आहूजा, साइबर सेल के आईजी राजेंद्र मिश्र, इंडिया टुडे के पूर्व कार्यकारी संपादक जगदीश उपासने, मप्र विधानसभा के पूर्व सचिव अशोक चतुर्वेदी, पत्रकार शिवअनुराग पटैरया, रमेश शर्मा, मनोज शर्मा, प्रवीण दुबे, कुंजेश श्रीवास्तव, अनुज खरे ने विविध सत्रों में अपने अनुभव साझा किए।

-संजय द्विवेदी

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