दीपावली की शुभकामनाएं
- संपत देवी मुरारका
दीपावली का दिन अब आया |
अमावस को उजियाला छाया ||
कौन कहे अंधियारी रात |
दीप करें चंदा से बात ||
सजा दिए देहरी और द्वार |
जगमग करता सब संसार ||
हंसते-हंसते दीप जल गया |
रोशन अपना नाम कर गया ||
स्नेह का तेल प्रेम की बाती |
जल गई थी दीपक साथी ||
लक्ष्मी गणपति पूजा आज |
विष्णु चक्र का जग पर राज ||
दीपावली का है बड़ा त्योंहार |
है घर सजे फूलों का हार ||
खुशियों से भरी दिवाली मनाएंगे |
सब मिल मंगल गायेंगे ||
आज के दिन की सबको बधाई |
घर-घर में अब बंटी मिठाई ||
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
No comments:
Post a Comment