बाल कविता ..
"चलो मंगल ग्रह में "
-डॉ.प्रमोद सोनवानी पुष्प
हम भी भेज दिये हैं बच्चों ,
मंगल ग्रह को यह संदेश ।
सकल जहाँ से कम नहीं है,
अपना प्यारा भारत देश ।।1।।
मंगल ग्रह के राजा को हम,
देश का हाल सुनायेंगे ।
देश कैसे बढ़ेगा आगे ,
सबक यही सीख आयेंगे ।।2।।
मंगल वाले दुनियाँ का सच,
चहुँ ओर बगरायेंगे ।
चलो-चलें जी मंगल ग्रह में,
हम सबको समझायेंगे ।।3।।
यहाँ बढ़ रही है जनसंख्या,
चलो वहाँ सब जायेंगे ।
मंगल ग्रह की नगरी में हम,
गीत ख़ुशी के गायेंगे ।।4।।
संपादक- " वनाँचल सृजन "
" श्री फूलेंद्र साहित्य निकेतन "
तमनार,पड़ीगाँव -रायगढ़(छ.ग.)
भारत, पिन- 496107
ई-मेल:-Pramodpushp10@gmail. com
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