ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (एजीआई) का 37वां दो दिवसीय अधिवेशन पंजिम स्थित गोवा विश्वविद्यालय के समारोह में आयोजित किया गया. गोवा विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रोहिताश्व शर्मा व पंजिम की महापौर वैदेही नाईक बतौर अतिथि उपस्थित थीं । अध्यक्ष डॉ. सोमनाथ समरपंथ व अन्य द्वारा किए गये दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । एजीआई महासचिव डॉ. शिवशंकर अवस्थी ने संस्था का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । उद्घाटन भाषण के बाद कई पुस्तकों का लोकार्पण हुआ । एजीआई के उपाध्यक्ष उपेंद्र कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ उद्घाटन सत्र संपन्न हुआ । तदुपरांत ‘वर्त्तमान परिप्रेक्ष्य में पुस्तक संस्कृति’ विषय पर चार सत्रों में प्रपत्र प्रस्तुत किये गये । पहले सत्र में पद्मश्री डॉ. श्याम सिंह शशि अध्यक्ष व संचालक डॉ. सुरेश डीगरा थे । इसमें विभिन्न शहरों से पधारे 10सदस्यों ने अपने प्रपत्र प्रस्तुत किये । तीसरे सत्र की अध्यक्षता मद्रास चेप्टर के संयोजक डॉ.बाला सुब्रह्मण्यम ने की तथा मणिकंठन ने संचालन किया । तमिल व अंग्रेजी में 10 प्रपत्र प्रस्तुत किये गये ।
चतुर्थ सत्र में डॉ. हीरालाल बाछोतिया की अध्यक्षता में हैदराबाद चैप्टर की संयोजिका डॉ. अहिल्या मिश्र के संचालन में डॉ. प्रभा मेहता, डॉ. सुषमा सिंह, डॉ. मधु शुक्ला (नागपुर) एवं अन्य पाँच लोगों ने प्रपत्र प्रस्तुत किये । रघुनंदन प्रसाद शर्मा ने सार संक्षेपण किया । सभी के योगदान से सत्र बहुत ही जीवंत रहा । कई नई बातें संचालक ने पुस्तक संस्कृति के संबंध में उठाई । दिविक रमेश की अध्यक्षता में सायं एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी में डॉ. मधु धवन (चेन्नई), डॉ. सेतु रामन व संचालिका डॉ. सरोजिनी प्रीतम के साथ हैदराबाद चैप्टर की डॉ. अहिल्या मिश्र, डॉ. सुनीला सूद, ज्योति नारायण, संपत देवी मुरारका, सीता मिश्र एवं नीरज त्रिपाठी, राजेश मुरारका के साथ नागपुर चैप्टर के नरेंद्र परिहार, मधु पाटोदिया, अभिय अधर निडर, डॉ. रेखा कक्कड़, सुषमा सिंह, भोपाल से अनुज सक्सेना, सागर से डॉ. श्याम सिरोडिया, नई दिल्ली से गुमेश गुंजन, श्याम सिंह शशि, हीरालाल बाछोतिया, उपेंद्र कुमार, जय राजजय, रामप्रकाश गुप्ता, सुरेश डीगरा, शिवशंकर अवस्थी,ओम शिव सपना तिवारी, रामन सेतु (केरल) एवं गोवा के कवियों ने हिंदी, कोंकणी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु आदि भाषाओं में काव्य पाठ किया । समापन सत्र में गोवा विधानसभा के अध्यक्ष राजेन्द्र आरेलकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे । इस दौरान प्रो. दिलीप दिवाकर (कुलपति, गोवा विश्वविद्यालय), पुंडलिक नायक, डॉ. उपेंद्र कुमार, रामप्रकाश गुप्ता, सुश्री प्रीतम, शिवशंकर अवस्थी, मोहनदास सुलेकर (अध्यक्ष, गोमांतक साहित्य समिति) आदि ने अपने विचार व्यक्त किये
देश के सभी चैप्टरों के लगभग 150 सदस्यों ने इस कन्वेंशन में भाग लिया । उपेंद्र के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ । एजीआई की केन्द्रीय समिति द्वारा सभी को स्मृति चिह्न व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम की सफलता में विशेष रूप से गोवा चैप्टर के रमेश सुलेकर व ज्योति कुलकर्णी के अलावा मोहन व अन्य सदस्यों का योगदान रहा ।
प्रस्तुति - डॉ. अहिल्या मिश्र एवं संपत देवी मुरारका, हैदराबाद
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