पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय में दि. 10 मई, 2012 को
राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
NATIONAL SEMINAR AT PONDICHERRY UNIVERSITY
TOPIC - EXPRESSION OF SOCIAL HARMONY IN INDIAN LITERATURE
NATIONAL SEMINAR AT PONDICHERRY UNIVERSITY
TOPIC - EXPRESSION OF SOCIAL HARMONY IN INDIAN LITERATURE
दि.10 मई, 2012 को हिंदी विभाग, पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय, पुदुच्चेरी में किया जा रहा है ।
शोध-प्रपत्रों की प्रस्तुति –
शोध-प्रपत्रों के लिए उप विषय-
संगोष्ठी में शोध-प्रपत्र प्रस्तुत करने हेतु निम्नांकित उप विषय तय किए गए हैं –
1. असमिया भाषा के साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
2. उर्दू साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
3. ओडिया साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
4. कन्नड साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
5. गुजराती साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
6. तमिल साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
7. तेलुगु साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
8. नेपाली साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
9. पंजाबी साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
10. बंग्ला साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
11. मलयालम साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
12. संस्कृत साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
13. सिंधी साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
14. हिंदी साहित्य में सामाजिक सद्भावना की अभिव्यक्ति
इसके अलावा अन्य भारतीय भाषाओं, भारतीय लोक-भाषाओं और भारतीय लेखकों द्वारा अंग्रेजी में लिखे गए साहित्य में सामाजिक सद्भवाना अभिव्यक्ति पर भी समग्र शोध-आलेख प्रस्तुत किए जा सकते हैं । इन भाषाओं के साहित्य में किसी काल-खंड या युग अथवा रचनाकार की रचनाओं में अभिव्यक्त सामाजिक सद्भवाना पर भी लेख प्रस्तुत किए जा सकते हैं ।
शोध-आलेख की तैयारी – शोध-आलेख कंप्यूटर मंगल फांट में डबल स्पेस के साथ फांट साइज 10 में टंकित किया जाना चाहिए । शीर्षक के लिए 14 साइज का फांट और उप-शीर्षकों के लिए 12 साइज के फांट का प्रयोग किया जाए । जिनके कंप्यूटर में मंगल फांट उपलब्ध नहीं हैं, वे कृतिदेव फांट में डबल स्पेस के साथ फांट साइज 12 में टंकित कर सकते हैं । शीर्षक के लिए 16 साइज का फांट और उप-शीर्षकों के लिए 14 साइज के फां फांट का प्रयोग किया जाए ।
शोध आलेख का प्रेषण – विद्वान प्रतिभागी अपना शोध-सार तथा शोध-आलेख ई-मेल द्वारा दि.30 अप्रैल, 2012 तक yugmanas@gmail.com अथवा professorbabuji@gmail.com पर भेज सकते हैं । आलेख की मुद्रित प्रति डॉ. सी. जय शंकर बाबु, हिंदी विभाग, पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय, पुदुच्चेरी – 605 014 के पते पर डाक द्वारा भेज सकते हैं । मुद्रित प्रति संगोष्ठी के समय में भी संयोजक को सौंप दी जा सकती है । चयनित आलेखों का संपादित रूप में ISSN नंबर पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने का प्रयास किया जाएगा ।
3 comments:
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