Monday, January 25, 2010

कविता


जय गणतंत्र दिवस !

- सुश्री डी. अर्चना, चेन्नै ।

भारतीय गणतंत्र के
पूरे हुए अब 60 साल
कई देश भक्त-बलिदान वीरों के
त्याग सेवा है, बेमिसाल।
हजारों राष्ट्र सेवकों ने
भारत को सींचा और संवारा
जन गण मन के अधिनायक
नव भारत को आधुनिक रूप दे कर
जय किसान ! जय जवान !! जय विज्ञान !!!
नारों से, न केवल सरताज किया
भारत को पूरे ज़ग में
बल्‍की विकास की ओर बढ़ने की
प्रेरणा भी दी।
हे! भारत के पवित्र गण्‍तंत्र
बने महान हमारा जन - तंत्र
शत्रु के नाश हो षडयंत्र
सफल हो भारत के नवमंत्र
तुम्हें अभिनंदन गणतंत्र !
अभिवंदन कोटि कोटि
हृदय तंत्र - जनंमत्र।
गणतंत्र - जनतंत्र।।

1 comment:

Rahul Singh said...

गांधी जी की तस्‍वीर देख कर अच्‍छा लगा. गणतंत्र का वंदन अभिनंदन.