कविता
श्रेयस्
महेंद्र भटनागर
॰
सृष्टि में वरेण्य
एक-मात्र
स्नेह-प्यार भावना!
मनुष्य की
मनुष्य-लोक मध्य,
सर्व जन-सृष्टि मध्य
राग-प्रीति भावना!
॰
समस्त जीव-जन्तु मध्य
अशेष हो
मनुष्य की दयालुता!
यही
महान श्रेष्ठतम उपासना!
॰
विश्व में
हरेक व्यक्ति
रात-दिन / सतत
यही करे
पवित्र प्रकर्ष साधना!
॰
व्यक्ति-व्यक्ति में जगे
यही
सरल-तरल अबोध निष्कपट
एकनिष्ठ चाहना!
*
मो॰ 81097 30048
*महेंद्रभटनागर*
DR. MAHENDRA BHATNAGAR
DR. MAHENDRA BHATNAGAR
Retd. Professor
110, BalwantNagar, Gandhi Road,GWALIOR — 474 002 [M.P.] INDIA
M - 81 097 30048
M - 81 097 30048
*Ph. 0751- 4092908
E-Mail : drmahendra02@gmail.com
E-Mail : drmahendra02@gmail.com
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