Wednesday, March 20, 2013

नारी का महत्व



कविता   
       नारी का महत्व               
डॉ. डी.जयभारतीसुब्रमणि, चेन्नै

हे नारी तू आसमान का तारा है

हे नारी तू भारत देश की गरिमा है

हे नारी तू सागर की देवी है

हे नारी तू शक्ति का संचार है

हे नारी तू मूर्ति और कीर्ती है

हे नारी तू दुनिया की चाँदनी और दामिनी है

    तू ही छाया है,तू ही धूप है

    तू ही माया है, तू ही ममता है

तू देवी, अपार करणामयी, वरप्रसादनी है

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