युग मानस द्वारा वेब साइट का लोकार्पण
हिंदी के उपन्यासकार एवं सुख्यात लेखक डॉ. बालशौरि रेड्डी के लेखन की षष्ठिपूर्ति के उपलक्ष्य में युग मानस द्वारा निर्मित वेबसाइट का दि.28.6.2009 को चेन्नई में लोकार्पण किया जाएगा । तेलुगु भाषी डॉ. रेड्डी जी के विराट लेखन के आलोक में युग मानस – बालशौरि रेड्डी अभिनंदन अंक (जुलाई-सितंबर, 1998) का प्रकाशन किया गया था जिसका विमोचन दि.30 दिसंबर, 1998 को चेन्नई में हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल महामहिम श्रीमती वी.एस. रमादेवी ने किया था । रेड्डी जी की रचनाओं के वैश्वीकरण के लिए वेब साइट बनाने की संकल्पना युग मानस ने की थी, वह संकल्पना अब उनके लेखन के साठ साल पूरे होने के सुअवसर साकार हो रही है ।
गुंतकल (आंध्र प्रदेश) से प्रकाशित लोकप्रिय हिंदी साहित्यिक त्रैमासिक युग मानस, जो फिलहाल वेब पत्रिका के रूप में प्रकाशित हो रही है; युग मानस साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षिक संस्था की मुख पत्रिका है । यह एकमात्र ऐसा अनुष्ठान है, जो विगत 20 वर्षों से हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार एवं मानवीय मूल्यों के संवर्धन हेतु सक्रिय योगदान दे रहा है । सर्जनात्मक लेखन भारतीय साहित्य को समृद्ध बनाने में योगदान देने वाले रचनाकारों के प्रदेयों का परिचय साहित्यिक संसार को कराने की पहल के अंतर्गत युग मानस द्वारा उनके साहित्य का डिजिटलीकरण एवं वेबसाइटों के माध्यम से दुनियाभर के पाठकों को साहित्य सुलभ कराने का प्रयास युग मानस द्वारा किया जा रहा है । इन्हीं प्रयासों के अंतर्गत डॉ. बालशौरि रेड्डी जी का बेब साइट भी बनाया गया है । युग मानस के संस्थापक एवं संपादक डॉ. सी. जय शंकर बाबु द्वारा बनाया गया इस वेब साइट का लोकार्पण डॉ. बालशौरि रेड्डी स्वयं अपने करकमलों से सुसंपन्न करेंगे । रेड्डी जी के संबंध में परिचयात्मक जानकारी के साथ प्रारंभ होने वाले इस वेब साइट को निरंतर अद्यतन बनाते हुए रेड्डी जी के रचना संसार की तमाम झांकियाँ इसमें प्रस्तुत की जाएंगी । रेड्डी जी के पाठकों, प्रशंसकों के लिए यह निश्चय ही शुभ समाचार है । रेड्डी जी के लेखन के साठ वर्ष पूरा होने तथा उनके 81 वे वर्ष में पदार्पण के शुभ अवसर पर उन्हें बधाई देने के लिए इच्छुक श्रद्धालु सीधा वेब साइट पर अपनी प्रतिक्रिया प्रेषित कर सकते हैं अन्यदा ई-मेल द्वारा balashowrireddy.yugmanas@gmail.com पते पर भेज सकते हैं । डाक द्वारा भेजने के लिए पता – डॉ. सी. जय शंकर बाबु, संपादक, ‘युग मानस’, 18/795/एफ/8-ए, तिलक नगर, गुंतकल (आं.प्र.) – 515 801
बालशौरी रेडडी को मेरी बधाई। वे इसी प्रकार लिखते रहें और सभी के लिए प्रेरणा बनते रहें।
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