शैतान
शैतान का पिता है झूठ
शैतान का पिता है झूठ
लम्बा चौड़ा और मज़बूत
सच है गांधी जैसा कृशकाय
सच है गांधी जैसा कृशकाय
बदन पे धोती लटकाए!
औकात
जानते हुए कि
वह झूठ बोल रहा है
सब चुपचाप सुनते रहे
जानते हुए कि
मैं सच बोल रही हूँ
किसी ने मेरी न सुनी
बात सच या झूठ की नहीं
औकात की है!
औकात
जानते हुए कि
वह झूठ बोल रहा है
सब चुपचाप सुनते रहे
जानते हुए कि
मैं सच बोल रही हूँ
किसी ने मेरी न सुनी
बात सच या झूठ की नहीं
औकात की है!
अर्थी
इसने रुलाया कितनों को
इसे रुलाने की
हिम्मत नहीं है
झूठ की अर्थी
खुशी से उठाएं
सच को उठाने को
कँधा नहीं है.
इसने रुलाया कितनों को
इसे रुलाने की
हिम्मत नहीं है
झूठ की अर्थी
खुशी से उठाएं
सच को उठाने को
कँधा नहीं है.
सच को उठाने को
ReplyDeleteकँधा नहीं है.
आभार