अंतर
तेलुगु मूल - सूर्य वंशीअनुवाद - वी. वेंकटेश्वरा
लकड़ी मेरे हाथ मेंपड़ा हूँ पीछेमैं सांप के ।हाथ में उसकेप्याला दूध कास्वागत वह करता सांप का !
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