Thursday, March 22, 2012

कविता - संस्कृत अमृत






 
  
 - सी.  विजयेंद्र बाबु


है एक अमृत हमारा संस्कृत


किसी भी राज्य की भाषा नहीं यह

समस्त  भारत की भाषा है यह

कौटिल्य ने लिखा अर्थशास्त्र


सरल संस्कृत भाषा में

महर्षी वेदव्यास ने लिखा

महाभारत संस्कृत में

महर्षी वाल्मीकी ने लिखा

रामायण संस्कृत में ...

अर्थशास्त्र,  महाभारत,  रामायण ही नहीं

समस्त वेद पुराण  हैं संस्कृत में

इस पूरे ब्रह्मांड की गाथा ही 

लिखा हुआ है संस्कृत में

इसलिए संस्कृत है अमृत

पूरे देश भर में ।







2 comments:

  1. anskruth kaa udbav aur vikaas ke vivaran bahut hee jnaan vardhak evam saar ghabith hai shubh kaaamanaaye

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  2. anskruth kaa udbav aur vikaas ke vivaran bahut hee jnaan vardhak evam saar ghabith hai shubh kaaamanaaye

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