मकर संक्रांति के पावन पर्व पर सनातन सलिला नर्मदा के तट पर स्थित संस्कारधानी जबलपुर से
हिंदी अंतरजाल के आकाश में एक नए तारे का उदय
जाल पत्रिका हिंदी अंतरजाल के आकाश में एक नए तारे का उदय
के रूप में हुआ है.
सुविख्यात रचनाकार आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' के संपादन में
इस पत्रिका में
साहित्य की सभी विधाओं की स्तरीय रचनाओं का स्वागत है.
श्री सलिल युग मानस की स्थापना के समय से इसके पारिवारिक सदस्य हैं.
दिव्य नर्मदा में प्रतिदिन विविध विधाओं की रचनाएं प्रकाशित हो रही हैं.
साहित्य के अलावा कला, रंगमंच, संगीत, आध्यात्म, सामाजिक, राजनैतिक,
सुविख्यात रचनाकार आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' के संपादन में
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साहित्य की सभी विधाओं की स्तरीय रचनाओं का स्वागत है.
श्री सलिल युग मानस की स्थापना के समय से इसके पारिवारिक सदस्य हैं.
दिव्य नर्मदा में प्रतिदिन विविध विधाओं की रचनाएं प्रकाशित हो रही हैं.
साहित्य के अलावा कला, रंगमंच, संगीत, आध्यात्म, सामाजिक, राजनैतिक,
विज्ञान, बाल साहित्य, महिला विमर्श आदि की रचनाओं का स्वागत है
रचनाएं सलिल.संजीव@जीमेल.कॉम पर आमत्रित हैं.
दिव्यनर्मदा.ब्लागस्पाट.कॉम पर रचनाएं पढ़ें तथा
प्रतिक्रिया देकर रचनाकारों को प्रोत्साहित करें.
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